सपा और कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में पुलिस की गोली से एक व्यक्ति की मौत की घटना को प्रदेश की बदहाल कानून-व्यवस्था की निशानी करार दिया. और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की.
सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश के शहडोल में लखनऊ की वारदात को जंगलराज का नतीजा करार देते हुए मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है.
चौधरी ने कहा कि पुलिस मुठभेड़ों को जायज ठहराने वाले मुख्यमंत्री योगी की भाषा इस मुद्दे को लेकर बेहद दम्भ भरी और जहर बुझी है, जिससे पुलिस का दुस्साहस बढ़ रहा है. राज्यपाल राम नाईक भी कानून-व्यवस्था में सुधार की बात कहते रहे हैं, मगर सुधार नहीं हो रहा है. मुख्यमंत्री को इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए.
प्रदेश कांग्रेस विधानमण्डल दल के नेता अजय कुमार ने भी इस घटना के लिए मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह घटना प्रदेश में बेलगाम हो रही सत्ता का चरित्र उजागर करती है. मद में चूर पुलिस अंधी हो गई है और जनता पुलिस तथा गुण्डों के पाटों के बीच पिस रही है.
घबराइए कि आप लखनऊ में हैं- संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा ‘पहले नारा था, मुस्कुराइए कि आप लखनऊ में हैं. योगी के राज में घबराइए कि आप लखनऊ में हैं. आपका कहीं भी एनकाउंटर हो सकता है. भाजपा हिन्दुस्तान को तालिबान बनाना चाहती है.‘
उन्होंने कहा कि अपराधियों पर काबू पाने में नाकाम योगी सरकार की पुलिस अब आम लोगों को निशाना बना रही है. मुठभेड़ को अपने शौर्य का प्रतीक बता रही राज्य पुलिस के सिर पर इसका सुरूर इस कदर सवार है कि वह बेगुनाहों का कत्ल करने से भी नहीं चूक रही है.
इस बीच, घटना के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह की अगुवाई में लखनऊ में कैंडल मार्च निकाला.